Test Series

परिष्कार की टैस्ट सिरीज़ : नौकरी के लिए वरदान

  • ओबजेक्टिव टाइप परीक्षा की सही तैयारी का एक मजबूत तरीका है – टैस्ट सिरीज़ में भाग लेना।

    • टैस्ट सिरीज परीक्षार्थी की स्मृति और समझ दोनों को पैना करती है और परीक्षा में होनेवाली गलतियों को पहले से ही ठीक करवा देती है।

    • टैस्ट सिरीज़ परीक्षाथ्र्र्थीको पाठ्यक्रम के छोटे-छोटे बिंदुओं से जोड़ती जाती है और परीक्षार्थी को क्रम-क्रम से मजबूत करती जाती है।

    • कोर्इ कितना ही बुद्धिमान और व्यापक अध्ययन करनेवाला परीक्षार्थी क्यों न हो, यदि उसको अच्छी मेरिट में आना है तो अपनी कमियों को दूर करने के लिए स्टैंडर्ड की टैस्ट सिरीज जरूर जॉइन करनी चाहिए।

    • ऐसे सैंकड़ों परीक्षार्थी हैं जिन्होंने परिष्कार की केवल टैस्ट सिरीज में भाग लेकर अपनी तैयारी को परवान चढ़ाया और नौकरी ले ली।

    • परिष्कार के शिक्षकों द्वारा प्रत्येक टैस्ट का विश्लेषण प्रस्तुत किया जाता है जिसका परीक्षार्थियों को बहुत लाभ होता है तथा आगे कीयारी का रास्ता स्पष्ट होने लगता है।

    • पहले-दूसरे टैस्ट में ज्यादातर परीक्षार्थी कम प्रश्न हल कर पाते हैं किंतु यह देखा गया है कि धीरे-धीरे तैयारी भी आगे बढ़ने लगती है और परीक्षार्थी का स्कोर भी बढ़ने लगता है।

    • बार-बार टैस्ट देने से आत्मविश्वास बढ़ता है, पढ़ने की स्ट्रेटेजी सुधरती है, परीक्षा का समय-प्रबंधन ठीक होता जाता है तथा सही उत्तर नहीं आने पर भी सही उत्तर ढूँढने की शैक्षिक दृष्टि विकसित होती जाती है।